My Photos

My Photos

शुक्रवार, 5 जून 2015

आसाँ हो या मुश्किल हर राह हम चलेंगे



आसान हो या मुश्किल हर राह हम चलेंगे
हम साथ ही जिएंगे हम साथ ही मरेंगे 

तेरे हुस्न का उजाला कायम तो है हमीं से
गर हम चले गए तो ये भी नहीं रहेंगे

जो दिल में है तुम्हारे उसको ज़ुबान दे दो
कुछ हमसे तुम भी कह दो कुछ तुम से हम कहेंगे

है चाँद के बाराती तारे चमक रहे हैं
प्रीतम चकोर तुझको डोली में ले चलेंगे

दुनिया को क्या पता है ज़द और ज़िद हमारी
हम होंसलों के दम पर आकाश को छुएंगे

ये सच है हम सभी को जाना है इस जहाँ से
ये शायरी रहेंगी शेरों से हम रहेंगे

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें